हाइकु
"करोड़ो के" 😃😃
रखो धीरज
ऐसा करो कमाल
हो मालामाल
मिटी गरीबी
लाए हैं ख़ुशहाली
भरी तिजोरी
धर धीरज
हाँफ रही मशीने
अधीर जन
राजनीति में
देखो हो रही ऐश
भोली जनता
करोड़ों बातें
जनता कहाँ जाने
बनें जो साहू
भरी तिजोरी
करके भ्रष्टाचार
लोकतंत्र में
भूखी जनता
भरपेट नेताजी
बिना डकारे