Showing posts with label पुराने ख़्वाब. Show all posts
Showing posts with label पुराने ख़्वाब. Show all posts

पुराने ख़्वाब ,Dreams

 

आज फिर पुराने ख्वाबो को मैं 

सिरहाने रखकर सो गई,

नये ख्वाबो की तलाश में 

आज फिर सुबह हो गई!

                        संगीता दरक©

सच बोले कौआ काटे #

  सच बोले कौआ काटे........ आप सोच रहे होंगे कि मैंने कहावत गलत लिख दी कहावत  तो कुछ और है  पर  वर्तमान में यही कहावत ठीक बैठती है  सच में, आ...