Showing posts with label निभाया. Show all posts
Showing posts with label निभाया. Show all posts

जाने क्यों तुम वो हो ही नहीं

 तुम वो हो ही नही जैसा मेने चाहा

साथ तुम्हारा ऐसा मिला ही नही जैसा मेने चाहा
न तुमने  समझा मुझे कभी ऐसे जैसा मैंने चाहा
हर बार उम्मीद लगाई मैने तुमसे
पर मेरी उम्मीद में तुम थे ही नही
चल तो रही है जिंदगी पर
वैसे नही जैसे मेने चाहा
निभाया है ,आगे भी निभा लुंगी पर
वैसे नही जैसे मैंने चाहा
जाने क्यों तूम वो हो ही नहीं
                 संगीता दरक©
          

होलिका दहन #होलिका #दहन #होली #

  होलिका दहन आज उठाती है सवाल! होलिका अपने दहन पर,  कीजिए थोड़ा  चिन्तन-मनन दहन पर।  कितनी बुराइयों को समेट  हर बार जल जाती, न जाने फिर ...