About Us

प्रिय मित्रों,

संगीता दरक( माहेश्वरी) का नमस्कार !

 

 भगवान पशुपतिनाथ के शहर मंदसौर

 (मध्यप्रदेश ) में जन्म लिया।

और राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर

 की शिक्षा अर्जित की 

 ईश्वर की कृपा  से अपनी समस्त 

जिम्मेदारियों और कर्तव्यों को निभाते हुए सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों

 में भी समय-समय से अपना योगदान

 दे रही हूँ।

 बात रुचि की करे तो निसंदेह लेखन मेरी आत्मा से जुड़ा है। 

जिसके प्रति मैं पूर्णतः समर्पित हूँ, 

उसी के साथ कई और पसंदीदा कार्य भी है  

मेरे जैसे - बागबानी करना, उल्टे हाथ से लिखना तथा हर समय कुछ नया सीखने को आतुर रहना।

साहित्य के प्रति मेरी लगन के चलते 

अभी तक 160 से अधिक मेरी 

भावनाओं के उद्गार मेरी कलम से 

प्रस्फुटित हुए हैं।

                         सन् 1992 केअयोध्या 

विवाद ने मन को व्यथित किया और यही

 से मैने अपनी सोच और भावनाओं 

को शब्दों का स्वरूप दिया

 और अपनी पहली रचना कलमबद्ध की। 

तभी से शुरू हुआ यह लेखन का कारवाँ साहित्य के अथाह सागर में गोते लगाने उतर पड़ा ।

         ये सफर धीरे-धीरे विभिन्न विषयों पर 

केंद्रित हुआ तथा विविध रंगों का समावेश

 और चित्रण रचनाओं में समाहित होने लगा,

 चाहे फिर वो राजनीति हो,या समसामयिक,

 या भावप्रधान या किसी व्यथा को उजागर करना हो बस अनवरत बढ़ता रहा।

            इसी बीच मालवा के सुप्रसिद्ध कवि स्व: श्री बालकवि बैरागी जी से पत्र व्यवहार द्वारा मेरे लेखन को सराहा गया साथ ही प्रोत्साहन और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ । 

जिसका मेरे जीवन और लेखन दोनों ही पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ा।

आज मेरा एक poetry blog है *sparsh by poetry* जिस पर आप 130 से अधिक कवितायें और आलेख पढ़ सकते हैं।

अंत में अपने सभी पाठकों का आभार 

व्यक्त करना चाहती हूँ जिनके प्रोत्साहन 

और स्नेह ने मुझें आज इस मुकाम तक पहुँचाया

मेरी रचनाएँ आपको पसंद आये तो ब्लॉग को फॉलो करिये और कमेंट द्वारा अपनी प्रतिक्रिया से अवगत जरूर करवाये


उपलब्धियां एवं सम्मान पत्र : -

  

  • माहेश्वरी साहित्यकार मंच द्वारा शब्द योद्धा सम्मान
  • राष्टीय साहित्य वाटिका 
  • भारत साहित्य संगम संस्थान 
  •  कविवाणी काव्य पाठ 
  • भारतीय परंपरा (http://www.bhartiyaparampara.com)
  • राष्ट्रीय कला मंच द्वारा सम्मान पत्र प्राप्त हुए हैं


प्रकाशित कवितायें एवं लेख : - 

* समाज प्रवाह 

* Rhymetribe ऑनलाइनपत्रिका

भारतीय परंपरा (http://www.bhartiyaparampara.com)


इसके अलावा आप मुझे facebook और अन्य social मीडिया पर पढ़ सकते है।


धन्यवाद,

संगीता  माहेश्वरी

2 comments:

  1. वाह, ईश्वर करे आप साहित्य की ऊंचाइयों को छुए।
    बधाइयाँ और शुभकामनाएँ संगीताजी।
    🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹

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