जिंदगी जैसे खाली पन्ने
लफ्जो से पूछो कोई,
क्या कुछ सहा है
कभी ख़ामोशी से ,तो कभी चीखों से
सब्र से कभी तो बेसब्री से
मतलब से कभी बेमतलब होने लगे
आजकल बड़े खामोश रहते है
लफ्ज किसी से कुछ कहते नही है,
और बस में किसी के रहते नही
अहसासों की कमी सी हो गई है,
जिंदगी खाली पन्ने सी हो गई है।
संगीता दरक
सर्वाधिकार सुरक्षित
जीवन के सारे रंग , हौसला और हिम्मत अपनी पुरानी संस्कृति मेरी कविता में देखिये लेख, और शायरी भी पढ़िये ,मेरे शब्द आपके दिल को छू जाये ,और मेरी कलम हमेशा ईमानदारी से चलती रहे आप सब पढ़ते रहिये , और अपनी प्रतिक्रियाओं से अवगत जरूर कराये आपकी प्रतिक्रियाओ से मुझे प्रोत्साहन और मेरी कलम को ऊर्जा मिलेगी 🙏🙏
जैसे खाली पन्ने, blank pages
#ख्याल_हूँ _तेरा_#Love_think_ of_ you
ख्याल हूँ तेरा
ख्याल हूँ तेरा, सोच तो सही
हर कदम पर साथ हूँ तेरे
मंजिलो की और कदम बड़ा तो सही
धड़कती हूँ तेरे दिल में,धड़कन सी
तू साँसे लेकर तो देख
तेरी हर बात में ,बात मेरी है
तू बात करके तो देख
तेरा हर ख़्वाब ,मेरी हदों से गुजरता है
तू ख़्वाब को हकीकत करके तो देख
दर्द में शामिल हूँ ,तेरी खुशियों की पहरेदार हूँ
वक्त हूँ तेरा ,तू आज़माकर तो देख
ख्याल हूँ तेरा, तू मुझे सोच
कर तो देख
लफ़्ज़ों में शामिल हूँ तेरे,
कागज़ पर उतार कर तो देख
तेरी हर साँस पर पहरा है मेरा,
मेरे प्यार की गहराई,
नाप कर तो देख
मर न जाऊ ,तो कहना
तू कभी कह कर तो देख
ख्याल हु तेरा ,तू सोचकर तो देख
संगीता दरक माहेश्वरी
सर्वाधिकार सुरक्षित
बन बैठा हर कोई :हिन्दीकविता:#kavi#kaivita #shorts
शॉल श्री फल और सम्मान मिलना हुआ कितना आसान बन बैठा हर कोई कवि यहाँ कविताओं की जैसे लगाई दुकान संगीता दरक माहेश्वरी
-
नमस्कार दोस्तो आज मेरी रचना का विषय है " माहेश्वरी हैं हम" जी में भगवान महेश से उतपन्न माहेश्वरी समाज की बात कर रही हूँ माहेश्...
-
कोरोना को हराना है पडी है देश पर कोरोना की मार मिलकर करो इस पर प्रहार थोड़ा सा धैर्य और संयम रखो ना जाओ बाजार लगाओ ना भीड़ रखो दूरियां स...