उफ्फ, ये इश्क है
जरा संभल कर कीजिये ।
दिल को अपने ,
यूँ बेदखल न कीजिये !!
संगीता दरक©
जीवन के सारे रंग , हौसला और हिम्मत अपनी पुरानी संस्कृति मेरी कविता में देखिये लेख, और शायरी भी पढ़िये ,मेरे शब्द आपके दिल को छू जाये ,और मेरी कलम हमेशा ईमानदारी से चलती रहे आप सब पढ़ते रहिये , और अपनी प्रतिक्रियाओं से अवगत जरूर कराये आपकी प्रतिक्रियाओ से मुझे प्रोत्साहन और मेरी कलम को ऊर्जा मिलेगी 🙏🙏
ये इश्क है........this is Love..
मेरे इश्क को,to my love,status,shyari , Love
मेरे इश्क को❤️
1. मेरे इश्क को रफ्तार देती हैं
तुम्हारी तन्हाइयां
मेरे अक्स में दिखती है
तुम्हारी परछाईयां
2. मेरे इश्क को तेरी आदत सी हो गई हैं
तूने आदतें ही बदल ली ये और बात है
3. इश्क जो मुकम्मल हो जाता तो वो इश्क, इश्क कहाँ रहता
और दर्द को जो दिल में बसाये बैठे है
वो दर्द कहाँ रहता
❤️संगीता दरक माहेश्वरी
सर्वाधिकार सुरक्षित
मैं इश्क सा, i love
मैं इश्क सा💞💞💞
मैं इश्क सा बरसता रहुँ
तू वफ़ा सी खिलती रहे
मैं हवा सा बहता रहूँ,
तू खुशबू सी मिलती रहे
बन जा कभी तू मेरा आसमाँ,
तो मैं जमीं बन जाऊँ
तुझे देख देख मैं भी सवँर जाऊँ
संगीता दरक माहेश्वरी
सर्वाधिकार सुरक्षित
होलिका दहन #होलिका #दहन #होली #
होलिका दहन आज उठाती है सवाल! होलिका अपने दहन पर, कीजिए थोड़ा चिन्तन-मनन दहन पर। कितनी बुराइयों को समेट हर बार जल जाती, न जाने फिर ...
-
जय महेश विषय :-बढ़ती उम्र विवाह से जुड़ी समस्याएं व निदान इस पर मेरे विचार समाज में सदा सन्तुलन यथावत रखेंगे। बच्चों का विवाह युक्त समय पर कर...
-
बढ़ते सम्बन्ध विच्छेद कारण और निवारण सम्बन्ध अर्थात एक साथ बँधना या जुड़ना किसी से जुड़ना मन में उत्साह भर देता है और उसी से जब विच्छेद होत...