"बधाई हो बेटा हुआ" ये शब्द कितनी बार सुनने को मिलते है हमे ,आज बेटिया बेटो से कम नही है लेकिन आज भी सोच बदली नही है यही दर्द बताने की कोशिश की है मैने उम्मीद करती हूँ आप सबको पसंद आएगी ।
बधाई हो ....बेटा हुआ
ख़ुशी होती है, मुझे जब सुनती हूँ।
की उसके बेटा हुआ।
इसलिये,खुश नही होती मैं,
की उस माँ के कुलदीपक हुआ।
बल्कि इसलिये की उस माँ को
अब नही सहना पड़ेंगे ताने
नही होगा अब उस पर
नुकीले व्यंग्यो से प्रहार
मिलेगा अब उसकी बेटियो
को थोड़ा प्यार
अब नही सहना पड़ेगी
उसे प्रसव पीड़ा
बेटे के इंतजार में अब
मासूम बेटियाँ
नहीं आएगी इस जीवन में
जिनकी परवरिश
भी नही हो पाती
✍️संगीता दरक
सर्वाधिकार सुरक्षित