कोरोना महामारी में लॉक डाउन के कारण जब सब बंद था तब हर दिन एक समान थे सातो दिन छुट्टी इसलिये रविवार (सन्डे ) की भी कोई एहमियत नही थी
ये वक्त है जनाब,
कद्र किसी की नही करता
एक सन्डे का दिन था ,
जो छः दिन पर पड़ता था भारी ,
और अब आकर चला जाता है
कोई इसे पूछता तक नही
संगीता दरक©