मंजिले वही थी #shyari status#

 मंजिले वही थी हमने  राहें बदल ली,

कारवां वही था हमने हमराज 
बदल लिया ,
फिजा भी वही मौसम भी वही था,
हमने अपना मिजाज बदल लिया ।
            संगीता दरक माहेश्वरी©

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बन बैठा हर कोई :हिन्दीकविता:#kavi#kaivita #shorts

 शॉल श्री फल और सम्मान मिलना हुआ कितना आसान बन बैठा हर कोई कवि  यहाँ कविताओं की जैसे लगाई दुकान         संगीता दरक माहेश्वरी