#साथी हाथ बढ़ाना ,#partner raising hand

     
     साथी हाथ बढ़ाना
खुशियाँ हो चाहे गम हो,
दौलत ज्यादा हो या कम ।
तू समझ ना ,
किसी को छोटा या बड़ा
सर पर तेरे आसमाँ,
और तू नीचे खड़ा।
करः सके तू किसी का भला, तो तू करः
और बढ़ा सके जो हाथ,
किसी को बढ़ा लिया करः
साथी हाथ बढ़ाना ,यही सबसे कह दिया कर
एक अकेला कुछ न करः पायेगा
पर जब सब मिलकर हाथ बढ़ाएंगे तो
ना मुमकिन  भी मुमकिन बन जायेगा
                   संगीता दरक
             सर्वाधिकार सुरक्षित

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